सड़क से लेकर संसद तक सनसनी मचाने वाली बरेली में शिक्षिका से गैंगरेप की कहानी फर्जी निकली है। पुलिस को शिक्षिका के फोन की कॉल डिटेल से खंगालने पर सच्चाई से पर्दा उठाने में सफलता मिली है।
शिक्षिका ने पुलिस को जिस वक्त गैंगरेप होने की बात बताई उस वक्त उसके फोन की लोकेशन स्वालेनगर में मिली। इसी सुराग के आधार पर पुलिस ने सच पकड़ लिया।
पुलिस ने बताया है कि शिक्षिका ने खुद ही फोन करके अपने दोस्त के कमरे गई थी। दोस्त ने उसके साथ संबंध बनाने के बाद उसके फोटो खींच लिए थे। बताया जा रहा है शिक्षिका के दोस्त भी शिक्षक हैं।
पुलिस ने शिक्षिका के आरोपी दोस्त को उठाया
पुलिस ने बुधवार को सुबह शिक्षिका से पूछताछ के बाद उसके दोस्त को उसके घर से उठा लाई। आरोपी के कपड़े भी सील किए जा रहे हैं। पीड़िता लड़की बार-बार बयान बदल रही है जिससे पुलिस को मामले की तह तक पहुंचने में मुश्किल हो रही है।
बरेली में शिक्षिका से कथित गैंपरेप को लेकर राज्य सभा में जमकर हंगामा हुआ। मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती ने सरकार पर जमकर भड़ास निकाली और प्रदेश में कानून व्यवस्था को ध्वस्त बताया।
वहीं भाजपा ने अखिलेश सरकार को प्रदेश में बढ़ते अपराध के लिए आड़े हाथों लिया। कांग्रेस समेत सभी प्रमुख दलों ने नेताओं ने घटना की निंदा की और पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय दिलाने की मांग की।
वहीं समाजवादी पार्टी की ओर से सरकार का बचाव करते हुए जया बच्च्न ने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बहस चाहती है राजनीति नहीं।
Courtesy: Amarujala